सीधे मुख्य सामग्री पर जाएं

संदेश

टैक्सॉन (taxon)। टैक्सॉन का अर्थ क्या है ? टैक्सॉन की परिभाषा दीजिए। विभिन्न पदानुक्रम स्तर पर टैक्सा के कुछ उदाहरण दीजिए। टैक्सॉन और टैक्सा में क्या अंतर है?

टैक्सॉन (टैक्सॉन का अर्थ क्या है ? टैक्सॉन की परिभाषा दीजिए। विभिन्न पदानुक्रम स्तर पर टैक्सा के कुछ उदाहरण दीजिए। टैक्सॉन और टैक्सा में क्या अंतर है?) टैक्सॉन या वर्गक ( बहुवचन = टैक्सा / Taxa) शब्द सर्वप्रथम ICBN (International Code of Botanical Nomenclature) द्वारा 1956 में दिया गया था। मेयर नामक वैज्ञानिक ने इस शब्द को वर्ष 1964 में 'किसी भी स्तर के वर्गिकी समूह' (taxonomic category of any rank) के रूप मे परिभाषित किया। यहां किसी भी स्तर का अर्थ वर्गिकी संवर्ग से है। वर्गीकरण में कुल 7 वर्गिकी संवर्गों (taxonomic category) का उपयोग किया जाता है, जो इस प्रकार है -  1. Kingdom  2. phylum 3. Class 4. Order 5. Family 6. Genus 7. Species इनमें से प्रत्येक संवर्ग एक इकाई को प्रदर्शित करता है। वर्गीकरण की इस इकाई को ही टैक्सॉन (Taxon) कहा जाता है।   विभिन्न टैक्सॉन शब्दों को निम्न में से किसी एक संस्था द्वारा मान्यता प्राप्त होती है। इन संस्थाओं के नाम नीचे दिए गए हैं -  1. ICN 2. ICZN 3. ICNP 4. ICNCP 5. ICPN 6. ICVCN 7. ICBN टैक्सॉन के उदाहरण - फाइलम, ऑर्...
हाल की पोस्ट

भीमगजा स्मारक। भीमगजा क्या है। Bheemgaja monument.

भीमगजा (Bheemgaja monument), भीमगजा एक अखंड स्तंभ।  भीमगजा क्या है। भीमगजा किस जिले में स्थित है। विदिशा जिले में स्थित भीमगजा। दोस्तों ऐरण नामक पुरातात्विक स्थल एवं गांव के बारे में तो आप सभी जानते ही है, जो सागर जिले में बिना और रेउटा नदियों के संगम पर स्थित है। दोस्तों ऐरण स्थल का कुछ भाग विदिशा जिले में भी पड़ता है, जो विदिशा जिले के पठारी गांव का हिस्सा है। दोस्तों इसी हिस्से में एक अद्भुत पुरातात्विक स्मारक स्थित है, जिसे भीमगजा के नाम से जाना जाता है। दोस्तों पुरातात्विक स्थल की दृष्टि से देखा जाए तो यह स्मारक ऐरण नामक पुरातात्विक स्थल में ही स्थित है, किंतु राजनीतिक दृष्टि से यह स्मारक विदिशा जिले के पठारी गांव में पड़ता है। भीमगजा (जिला विदिशा, गांव पठारी) दोस्तों भीमगजा विदिशा के पठारी गांव में स्थित एक अखंड स्तंभ है, जिसे भीम की लाठी के नाम से भी जाना जाता है। दोस्तों आर्कियोलॉजिकल सर्वे आफ इंडिया की साइट के अनुसार इसकी ऊंचाई 40 मी . बताई गई है। इसके सामने एक छोटा मंदिर भी स्थित है। दोस्तों यह गुप्त काल का स्मारक है। इसका निर्माण गुप्त शासक बुद्धगुप्त के शासनकाल म...

जीवों का वर्गीकरण

जीवों का वर्गीकरण (वर्गिकी की परिभाषा, वर्गीकरण, इतिहास, जंतु जगत, पादप जगत, द्वीनाम पद्धति, ओवीपेरा, विविपेरा, पांच जगत वर्गीकरण)(definition of taxonomy, classification, history, animal kingdom, plant kingdom, binomial distribution  वर्गीकी (taxonomy)- दोस्तों यह विज्ञान की एक शाखा है , जिसमें वर्गीकरण के सिद्धांतों एवं उसमें निहित प्रक्रियाओं का अध्ययन किया जाता है। वर्गीकरण (classification) - दोस्तों वर्गीकरण, विज्ञान की कोई शाखा नहीं है , बल्कि यह एक प्रक्रिया है , जिसमें जीवों (प्लांट और एनिमल दोनों) को उनमें समानता और असमानता के आधार पर वर्गीकृत (श्रेणीबद्ध) किया जाता है। वर्गीकरण का इतिहास (history of classification)- दोस्तों प्रारंभ में जीवों (पौधे एवं जंतु दोनों) को खाने योग्य और न खाने योग्य के आधार पर वर्गीकृत किया जाता था , किंतु वर्तमान में इसका कोई उपयोग नहीं। इसके पश्चात प्रसिद्ध दार्शनिक अरस्तु ने थोड़ा व्यवस्थित रूप से वर्गीकरण का क्रम आरंभ किया था। इन्होंने ही सबसे पहले जंतुओं (पौधों का नहीं) को उनमें समानता और असमानता के आधार पर दो भागों में वर्गीकृत किया। 1. ऐ...

जीवविज्ञान ( Biology ) - जीव विज्ञान क्या है, जीव विज्ञान की शाखाएं, जीव विज्ञान का अर्थ एवं प्रकार | Biology in hindi , types of Biology

जीव विज्ञान / Biology  ( अर्थ , परिभाषा , प्रकार , शाखाएं , जनक या पितामह ) ( Biology in hindi , types , Father of Biology , branches of Biology  ) Hello dosto  Apshiksha पर आप सभी का स्वागत है ।   यह मेरा पहला ब्लॉग है।  Apshiksha के इस प्लेटफार्म पर मैं जीव विज्ञान के इस विषय को काफी सरलता के साथ आपके सामने प्रस्तुत करूंगा। साथ ही यहाँ आपको परीक्षा की दृष्टि से महत्वपूर्ण सभी सामग्री उपलब्ध होगी। यहां आपको UPSC, MPPSC, SI, CONSTABLE, SSC, NTPC, VYAPAM और पटवारी सहित सभी प्रतियोगी परीक्षाओं की अध्ययन सामग्री उपलब्ध होगी। आपको यहां mppsc pree और mains  के साथ - साथ अन्य सभी प्रतियोगी परीक्षाओं के सारे टॉपिक्स विस्तृत रूप से और स्पष्टीकरण के साथ समझाए जाएंगे। आपको न केवल अध्ययन सामग्री मिलेगी , बल्कि उनको अच्छी तरह से आपको समझाया भी जाएगा। इसको पढ़ने के बाद आपको किसी और स्त्रोत से पढ़ने की आवश्यकता नहीं होगी। आपको इसमें किसी भी सब्जेक्ट की कंप्लीट जानकारी दी जाएगी। यहां कंप्लीट जानकारी का मतलब है - competitive exam की दृष्टि से जितना जरूरी है। अनावश्यक बात...